हिंदी हमारे देश की बिंदी और क्षेत्रीय भाषाएँ उसकी सजावट
निज भाषा उन्नति अहै , सब उन्नति को मूल ।
बिन निज भाषा ज्ञान के , मिटत न हिय को सूल ।।
अंग्रेजी पढिके जदपि , सब गुण होत प्रवीन ।
पै निज भाषा ज्ञान बिन , रहत हीन के हीन ।।
भारतेंदु हरिश्चंद के ये पंक्तियाँ मुझे हिंदी दिवस के दिन याद आ जाती है । आज भी हमें ढोल पीटकर यानि आयोजनों के द्वारा हिंदी को याद करना पड़ता है , ये है हमारी ओर से हिंदी का सम्मान, वो भी सिर्फ एक दिन का । अगले दिन फिर हमारी सुबह गुड मॉर्निग से शुरू होती है और गुड नाईट पर ख़त्म होती है । हम आयोजनों में रूचि रखते हैं लेकिन ये कभी नहीं करते कि घर के बच्चों को अपनी मातृभाषा में बात करना सिखाएं । बचपन से ही यदि बच्चों को हिंदी का शुद्ध उच्चारण सिखाया जाय तो हमारे देश में हिंदी दिन पर दिन परायी नहीं होती जाएगी । अंग्रेजी के निचे दबी हमारी हिंदी अब छटपटा रही है आजाद होने के लिए और हम ख़ामोशी से उसे बेबस होते देख रहे है ।
मुझे ख़ुशी होती है जब हम ब्लॉग लिखने वाले सभी साथी एक- दूसरे का प्रोत्साहन करते है और हमारा भी प्रयास हिंदी की महत्ता को बढ़ने में योगदान देता है । हिंदी हमारे देश की बिंदी है और क्षेत्रीय भाषाएँ उसकी सजावट , तभी तो हमारा देश रंग-रंगीला है ।
बहुत बढ़िया.....
जवाब देंहटाएंसुन्दर सामायिक पोस्ट....
शुभकामनाएं हिंदी दिवस की...
दिनों दिन मान बढे हिंदी का...
सस्नेह
अनु
हम सभी चाहते है की हमारी हिंदी का मान बढ़ता रहे ......धन्यवाद
हटाएंसार्थक संदेश
जवाब देंहटाएं.धन्यवाद
हटाएंबिल्कुल सही कहा आपने ... पूर्णत: सहमत हूँ आपकी बात से
जवाब देंहटाएंहिन्दी दिवस की अनंत शुभकामनाएं
.धन्यवाद......... सही कहा आपने
हटाएंहिंदी दिवस की आपको भी बहुत बहुत शुभकामनाएं..
जवाब देंहटाएंबढिया
.धन्यवाद.........
हटाएंहिंदी हमारे देश की बिंदी और क्षेत्रीय भाषाएँ उसकी सजावट..बहुत सही.. हिंदी दिवस पर शुभकानाएं
जवाब देंहटाएंआभार ...............
हटाएंबहुत ही उम्दा पोस्ट |
जवाब देंहटाएं.धन्यवाद.........
हटाएंबहुत ही सार्थक प्रस्तितु हिंदी दिवस पे ...
जवाब देंहटाएंये बिंदी यूं ही चमकती रहे देश के माथे पे ...
हमारी भी यही कामना है
हटाएंसंध्या जी सार्थक लेख है आपका ....गुलाबी सौंदर्य ब्लॉग की शोभा बढ़ा रहा है ...!! हिंदी दिवस की शुभकामनायें ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर भावना है, निज भाषाओं के महत्व को पहचाना जाये!
जवाब देंहटाएंबहुत सार्थक संदेश...
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