छुट्टियाँ क्या हुई बच्चों की दुनिया में एक नया जोश आया और शैतानियों की भरपूर लिस्ट तैयार थी . कोई किसी से कम नहीं था , एक से एक नए कारनामे होने लगे , अब इस बेचारी बिल्ली की शामत आई थी जो बच्चों के सामने आ गयी .......................................ये तो होना ही था .
दोस्ती बड़ी प्यारी होती है . आओ दोस्त साथ थोडा घूम ले .
छोटे नबाब को फूल बड़े प्यारे लगते है .
मै तो बड़ी अच्छी बिटिया हूँ ................................................
एक छोटी सी गुडिया हूँ ................................
मम्मी ये मेरा खिलौना ले लिया ....................................................ऊँ ......ऊँ ..............
गले मिलकर सारे गिले - शिकवे दूर हो गए ........................अरे ...........ये तो जादू की झप्पी है ..................