माँ

माँ वो अहसास है
जिसे अजन्मे ही
महसूस किया जाता है ।
माँ वो शब्द है
जो जन्म से मरण तक
होती है हमारे साथ ।
माँ वो राग है
जिसे किसी भी सुर में
बाँधा नहीं जा सकता ।
माँ वो स्पर्श है
जिसे बंद आँखों से भी
महसूस किया जाता है ।
माँ वो आवाज है
जो कानो में पड़ते ही
ताकत बन जाती है ।
माँ वो साथ है
जो साथ न होकर भी
हरपल होती है साथ ।
माँ वो अहसास है
जिसे अजन्मे ही
महसूस किया जाता है ।
माँ वो शब्द है
जो जन्म से मरण तक
होती है हमारे साथ ।
माँ वो राग है
जिसे किसी भी सुर में
बाँधा नहीं जा सकता ।
माँ वो स्पर्श है
जिसे बंद आँखों से भी
महसूस किया जाता है ।
माँ वो आवाज है
जो कानो में पड़ते ही
ताकत बन जाती है ।
माँ वो साथ है
जो साथ न होकर भी
हरपल होती है साथ ।