हर ओर रंग ही वासंती
पिया वसंत जो आ गए
सज गयी रंगों में प्रकृति
पीले सरसों के खेत में
दिखी है वासंती ओढ़नी
पगडंडियों से गुजरती
ऋतुराज की प्रेयसी
बेखौफ, मदमस्त बहती
बयार ये वसंती
अमराइयों से झाँकती
मंजरियाँ डोलती
कुहू ........कुहू गा उठती
रह - रह के कोयल प्रेमगीत
सोलहो श्रृंगार से सज
नववधू मन मोहती
मधुमास में पिया वसंत संग
हर ओर रंग ही वासंती .................
पिया वसंत जो आ गए
सज गयी रंगों में प्रकृति
पीले सरसों के खेत में
दिखी है वासंती ओढ़नी
पगडंडियों से गुजरती
ऋतुराज की प्रेयसी
बेखौफ, मदमस्त बहती
बयार ये वसंती
अमराइयों से झाँकती
मंजरियाँ डोलती
कुहू ........कुहू गा उठती
रह - रह के कोयल प्रेमगीत
सोलहो श्रृंगार से सज
नववधू मन मोहती
मधुमास में पिया वसंत संग
हर ओर रंग ही वासंती .................
बसंत के माध्यम से प्रेम की अभिव्यक्ति .....
जवाब देंहटाएंवसंत का सुन्दर चित्रण मन मोहक ...मन खिल खिल उठता है इस वासंती बयार से
जवाब देंहटाएंभ्रमर ५
सुंदर भाव....मनमोहक रचना
जवाब देंहटाएंमस्त परिंदा हो गया, पर निंदा से दूर |
जवाब देंहटाएंचोंच चोंच में चुलबुला, सारे दूर फितूर |
सारे दूर फितूर, मगन है वह बसंत में |
सारी खुशियाँ ढूंढ़, रही प्रियतमा कंत में |
रति-अनंग शिव आज, करें धरती पर ज़िंदा |
साधुवाद री सखी, जिए यह ब्लॉग परिंदा ||
बहुत बहुत धन्यवाद ............
हटाएंवाह ताजगी का एहसास करा गयी यह रचना,
जवाब देंहटाएंऋतुराज का सुंदर वर्णन..
जवाब देंहटाएंआभार सर ..........
जवाब देंहटाएंबसंत का बहुत उम्दा मनमोहक प्रस्तुति,,,
जवाब देंहटाएंrecent post: बसंती रंग छा गया
sundar vasanti paridhan se saji prastuti
जवाब देंहटाएंसुंदर यादें वसंत की ...
जवाब देंहटाएंबधाई !
धन्यवाद आपसभी को ...........
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर.............
जवाब देंहटाएंसाभार
हर शब्द की आपने अपनी 2 पहचान बना दी क्या खूब लिखा है "उम्दा "
जवाब देंहटाएंवहा वहा क्या खूब लिखा है जी आपने सुबान अल्ला
मेरी नई रचना
प्रेमविरह
एक स्वतंत्र स्त्री बनने मैं इतनी देर क्यूँ
वाकई बसंत का उन्माद सब तरफ बिखरा हुआ है ......सुन्दर चित्र !
जवाब देंहटाएंअहा! सुन्दर..
जवाब देंहटाएंमंगलवार 12/03/2013 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं .... !!
जवाब देंहटाएंआपके सुझावों का स्वागत है .... !!
धन्यवाद .... !!
सुंदर रचना .....
जवाब देंहटाएंआप भी पधारो स्वागत है ...
http://pankajkrsah.blogspot.com