प्रेम का अहसास
जो सुरूर छाया हमपे
मदहोश हो गए हम
ख़ामोशी उनकी समझी
कि उनके हो गए हम ...........
जो बादलों से पूछी
क्यों मस्त चल रहे वो
तो मस्तियों से समझी
धरती से मिल चुके वो ...........
जो गुनगुनाता भौरा
खामोश हो गया तो
फिर चमन ने समझा
मदहोश हो गया वो ...............
जो ऋतु वसंत आया
कोयल ने तान छेड़ी
अमराइयों ने समझा
कि प्रेम में वो डूबी .....................
बहुत सुन्दर प्रेम कविता...
जवाब देंहटाएंसुन्दर अहसास लिए...
सुन्दर चित्र....
:-)
बहुत सुंदर मनभावन अभिव्यक्ति ....
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआपकी यह बेहतरीन रचना शनिवार 09/02/2013 को http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जाएगी. कृपया अवलोकन करे एवं आपके सुझावों को अंकित करें, लिंक में आपका स्वागत है . धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंधन्यवाद यशोदा जी मेरी रचना शामिल करने के लिए लेकिन मई ९ से १० फरवरी तक नेट से दूर रहूंगी, वापस आने पर हलचल में जरुर शामिल होंगी .....
हटाएंबहुत प्यारी रचना...
जवाब देंहटाएंमन खुश खुश हुआ पढ़ कर...
अनु
धन्यवाद .......
हटाएंप्रेममय अहसासों की खूबशूरत अभिव्यक्ति ,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST: रिश्वत लिए वगैर...
धन्यवाद .......
हटाएंनयनाभिराम छबियों के साथ अहसास महक उठे हैं...
जवाब देंहटाएंसही कहा आपने ..................
हटाएंबढ़िया है जी ||
जवाब देंहटाएंधन्यवाद .......
हटाएंअब बसंत तो आ ही गया ...सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंबिल्कुल और हम स्वागत के लिए तैयार हैं
हटाएंpyar ka mausam hai...sandhya ji...
जवाब देंहटाएंaapke rang bhi khil rahe hain!bahut sundar!
प्रेम कविता...
जवाब देंहटाएंसुन्दर अहसास लिए...
सुन्दर चित्र....
लगता है सभी पे प्रेम ओर बसंत का खुमार छा गया है ...
जवाब देंहटाएंमस्त ...
चित्र शब्दों क बयाँ कर रहे है.... या शब्द चित्र को बयाँ कर रहे है.... पर जो भी दिल के सारे एहसास उकेर कर शब्दों में आ गए है......
जवाब देंहटाएंधन्यवाद .......
हटाएंअति सुंदर प्रेमपगे भाव
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर भावनायें और शब्द भी ...बेह्तरीन अभिव्यक्ति ...!!शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंप्यार रामा में है प्यारा अल्लाह लगे ,प्यार के सूर तुलसी ने किस्से लिखे
प्यार बिन जीना दुनिया में बेकार है ,प्यार बिन सूना सारा ये संसार है
प्यार पाने को दुनिया में तरसे सभी, प्यार पाकर के हर्षित हुए हैं सभी
प्यार से मिट गए सारे शिकबे गले ,प्यारी बातों पर हमको ऐतबार है
बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति . मीडियाई वेलेंटाइन तेजाबी गुलाब संवैधानिक मर्यादा का पालन करें कैग
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी लगी..
जवाब देंहटाएं