एक बूँद
एक बूँद आँखों से छलका
आँसू नाम दिया जग ने
एक बूँद माँ की आँखों में
ममता नाम दिया जग ने
एक बूँद विरहिन आँखों में
पीड़ा नाम दिया जग ने
एक बूँद सीपी में गिरा जब
मोती नाम दिया जग ने
एक बूँद पत्तों पे दिखा तो
ओस की बूँद कहा जग ने
एक बूँद माथे से लुढ़का
मेहनत नाम दिया जग ने
एक बूँद बादल से गिरा तो
वर्षा नाम दिया जग ने
एक बूँद तो जल ही है
पर अलग कहानी सबकी है
बूँदों से रिश्ते बनते ही
हर बूँद का नाम दिया जग ने ................
एक बूँद आँखों से छलका
आँसू नाम दिया जग ने
एक बूँद माँ की आँखों में
ममता नाम दिया जग ने
एक बूँद विरहिन आँखों में
पीड़ा नाम दिया जग ने
एक बूँद सीपी में गिरा जब
मोती नाम दिया जग ने
एक बूँद पत्तों पे दिखा तो
ओस की बूँद कहा जग ने
एक बूँद माथे से लुढ़का
मेहनत नाम दिया जग ने
एक बूँद बादल से गिरा तो
वर्षा नाम दिया जग ने
एक बूँद तो जल ही है
पर अलग कहानी सबकी है
बूँदों से रिश्ते बनते ही
हर बूँद का नाम दिया जग ने ................
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति ..
जवाब देंहटाएंबूँद बूँद शब्द कविता की सरिता बन गए...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर..
अनु
अच्छी रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर
बहुत खूब ... एक बूँद और कितने रूप ... एक एक बूँद भी कई बार सागर बन जाती है ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति-
जवाब देंहटाएंआभार -
एक बूंद आंसू के कितने रूप..... बहुत प्यारी रचना .
जवाब देंहटाएंएक बूंद के कितने नाम...बहुत भाव भीनी रचना..
जवाब देंहटाएंहर बूँद की अपनी कहानी... बहुत सुन्दर रचना, बधाई.
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा पंक्तियाँ
जवाब देंहटाएंहर बूँद जीवंत हो उठी। क्या बात है।
जवाब देंहटाएंबूँद-बूँद भावों का सागर बन जाती है .. सुन्दर अभिव्यक्ति!
जवाब देंहटाएंएक बूंद आंसू के कितने रूप.
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